सुर्खेतके वीरेन्द्रनगर नगरपालिकामा लखागिन थारु साहित्यके छैठौँ श्रृङ्खला निम्जल बा । लखागिन थारु उत्थान मञ्च, सुर्खेतके अध्यक्ष मान बहादुर चौधरी ‘पन्ना’के घरगोस्याइ ओ थारु युवा सभाके अध्यक्ष पवन कुमार थारुके बर्का पहुनाइम कार्यक्रम निम्जलक हो ।
कार्यक्रमम स्रष्टाहुकनसे आ आपन कविता, गजल, ओ मुक्तकके संगसंगे माँगर, ढुमरु गीतफे प्रस्तुत कैगिल । कार्यक्रमम कवि मान बहादुर चौधरी पन्ना, लक्ष्मण चौधरी, गिटु चौधरी, जेबी डेमनडौरा, सलिन चौधरी लगायतके स्रष्टाहुक्र रचना वाचन कर्ल रलह । कार्यक्रमम माघम गा जिना ढुमरु गित क्रिमलाल चौधरी गैल रलह । माँगर गित मानबिर थारु गैल रलह ।
कार्यक्रमके घरगोस्या मान बहादुर चौधरी ‘पन्ना’ कल₋ भाषा साहित्य जीवनके अभिन्न पाटो हो । यम रुचि जगाइक लाग श्रृङ्खलाके सुरुवात कैगिलक हो । आपन भाषा साहित्य, कला संस्कृतिके संरक्षण करक लाग एक्कले लाग्खन किल सम्भव नैहो । सबजन जुट पर्ना हुइलक ओहर्से लौव पिँढीक युवा युवतिन जोर्ना पुलके रुपम आघ बह्राइक लाग कार्यक्रमह निरनतरता डेटि बाटि ।’
कार्यक्रमम बर्का पहुना पवन कुमार थारु कल₋ थारु भाषा साहित्य श्रृङ्खलाले लौव ओ पुरान पुस्ता जोरजिना हुइलक कारन आपन कला संस्कृति बुझना मजा प्लेटफर्म हो । उहाँ असिन मेरके कार्यक्रम सुर्खेत जिल्लाके गाउँ गाउँम फे ढर पर्ना सुझाउ डेल । वास्तवम हमार कला संस्कृतिके बल्गर पाटो भाषा हो । सुर्खेतके स्रष्टा हुकनक गीत बास, बट्कुहि प्रकाशनके लाग फे सहयोग कर्ना बटोइल ।
कार्यक्रमम समाजसेवी पुर्खा मानबिर थारु असिन कार्यक्रमले लर्कन् हौसला बहर्ना, गित बास लिख्ना अभ्यास फे हुइना हुइलक ओहर्से अहमिन ढेर युवा लर्कन जोर पर्ना सुझाव डेल । कार्यक्रमके सञ्चालन साहित्यकार जेबी डेमनडौरा कर्ल रलह ।
प्रकाशित:
६१ दिन अगाडि
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३० मंसिर २०८१
९ घण्टा अगाडि
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१ फागुन २०८१
१८ घण्टा अगाडि
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१ फागुन २०८१
४ दिन अगाडि
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२७ माघ २०८१
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२७ माघ २०८१
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२५ असोज २०७९
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२१ भदौ २०७९
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