ठुम्रारके ९९औं साहित्यिक श्रृंखला निम्जल
९३ दिन अगाडि
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३० असार २०८१
साहित्यकार मानबहादुर चौधरी पन्नाके बरका पुहनाइमे ठुम्रार साहित्यिक बखेरीके ९९औं साहित्यिक श्रृंखला निम्जल बा ।
असार २९ गटे सनिच्चरके काठमाडौं, कीर्तिपुर, पाँगास्थित बरघर रेस्टुरण्टमे हुइल कार्यक्रममे साहित्यकार मानबहादुर पन्ना कहलाँ, ‘थारु साहित्यमे समालोचना विधा कमजोर बा । यकर कारन हमार थारु पोस्टाके चर्चा परिचर्चा हुइ नइ सेकल हो ।’
ठुम्रार साहित्यिक बखेरीके साहित्यिक बखेरीसे अपने बहुट प्रभावित हुइल कहटि पन्ना आगे कहलाँ, ‘मोर गृहजिल्ला सुर्खेतमे मै अध्यक्ष रहल लखागिन थारु उत्थान मञ्चसे पाँच श्रृंखला थारु साहित्यके बखेरी करले बटुँ । आब इहि निरन्तरता डेहम् ।’
ठुम्रार साहित्यिक बखेरीके संयोजक डा कृष्णराज सर्वहारीके घरगोस्याइमे हुइल कार्यक्रममे शत्रुघन चौधरी, अर्णव चौधरी, नेपालु चौधरी, गोपाल चौधरी, सुनिता चौधरी, गणेश वर्तमान, नन्दुराज चौधरी, दाङ, गढवा–७ के वडाध्यक्ष राहुलदेव चौधरी, कुछत नारायण चौधरी, डा रामबहादुर चौधरीलगायट स्रस्टालोग आअ पन रचनाके सगसंगे शुभकामना डेले रहिट ।
उ अवसरमे इहे असार २७ गटे संस्कृति मन्त्रालयसे क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कार (कर्णाली प्रदेश) पाइल साहित्यकार मानबहादुर पन्नाहे सम्मान फेन कइ गइल रहे । पन्नाके ढुकढुकी (मुक्तक, कविता २०५७), किसानके जिन्दगी (खण्डकाव्य २०६१), सख्या नाच (गीत २०७०), ककनदरान छोटकी (खिस्सा २०७०), एक गोरुवक् बटकुही (हाँस्यव्यंग्य सहलेखन २०७५) थारु भासाके पोस्टा ओ हाम्रो थारु समाज र संस्कृति (२०७९) अनुसन्धानमुलक पोस्टा प्रकाशित बटिन् ।
ओस्टक संस्कृति मन्त्रालयसे डोसर थारु स्रष्टा बुद्धसेन चौधरी फे मधेश प्रदेशसे इ बरस क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कार पइले बटाँ ।
डोसर समाचार अन्सार ठुम्रार साहित्यिक बखेरीके २०८१ साउनके अन्टिम सनिच्चरके हुइना १००औं साहित्यिक श्रृंखलाहे भव्य बनाइक लग डा कृष्णराज सर्वहारीके संयोजकत्वमे मूल टयारी समिति बना गइल बा । जेम्ने नन्दुराज चौधरीके संयोजनमे आर्थिक, शत्रुघन चौधरीके संयोजनमे प्रचारप्रसार, सिताराम चौधरीके संयोजनमे मञ्च व्यवस्थापनलगायट समिति बना गइल बा । साउनके पहिला सनिच्चरके बैठकमे थप समिति बना जैने बा ।